क्या लेके आया जग में...


क्या लेके आया जग में

क्या लेके जायेगा ×2

दो दिन की जिन्दगी है,

दो दिन का मेला


बंद मुठ्ठी आया जग में

पसरे हाथ जाएगा ×2

दो दिन की जिन्दगी है,

दो दिन का मेला
क्या लेके आया जग में
क्या लेके जायेगा ×2
दो दिन की जिन्दगी है,
दो दिन का मेला
****************

ईस जगत सराऐ में,

मुसाफीर रहना दो दिन का

क्यों विर्था करे गुमान

माया धन,काया जोबन का

ईस जगत सराऐ में,

मुसाफीर रहना दो दिन का
क्यों विर्था करे गुमान
माया धन,काया जोबन का""""

नहि है भरोसा पल का

गफलत में खेला ×2

दो दिन की जिन्दगी है,

दो दिन का मेला 

क्या लेके आया जग में

क्या लेके जायेगा ×2
दो दिन की जिन्दगी है,
दो दिन का मेला

****************

वो कहाँ गऐ बलवान,

तीन पग धरती तोलणियाँ

जिनकी पड़ती धाक नहि

कोई शामें बोलणियाँ

वो कहाँ गऐ बलवान,

तीन पग धरती तोलणियाँ
जिनकी पड़ती धाक नहि
कोई शामें बोलणियाँ"""

निर्भय डोलणियाँ वे नर,

गया है अकेला ×2

दो दिन की जिन्दगी है,

दो दिन का मेला

क्या लेके आया जग में

क्या लेके जायेगा ×2
दो दिन की जिन्दगी है,
दो दिन का मेला
****************
नहीं छोड़ सका कोई

माया गिणी गिणाई ने

भई गढ कोटा की निव 

छोड गया चिणी चिणाई ने

नहीं छोड़ सका कोई

माया गिणी गिणाई ने
भई गढ कोटा की निव 
छोड गया चिणी चिणाई ने""

गिणी रे गिणाई संग में

चले ना अधेला ×2

दो दिन की जिन्दगी है,

दो दिन का मेला

क्या लेके आया जग में

क्या लेके जायेगा ×2
दो दिन की जिन्दगी है,
दो दिन का मेला
**************

ईस काया का है बाग

भाग्य बिन पाया नहीं जाता

बिन कर्मा बिना नसिब 

तोड़ फल खाया नई जाता

ईस काया का है बाग

भाग्य बिन पाया नहीं जाता
बिन कर्मा बिना नसिब 
तोड़ फल खाया नई जाता"""

सत्य हरी नाम,,जग ये,

झूठा झमेला,×2

दो दिन की जिन्दगी है,

दो दिन का मेला 


क्या लेके आया जग में

क्या लेके जायेगा ×2

दो दिन की जिन्दगी है,

दो दिन का मेला 


जमुना किनारे झिलमिल करे तारे


जमुना किनारे"""""
जमुना किनारे, झिलमिल करे तारे
जहाँ बांसुरी बजावे यशोदा का लड़का
जिसे सुन सुन राधाजी का दिल धड़का
जमुना किनारे"""""
🎼
पावों में पैजनियाँ, पहनके चोरी चोरी
घर से चली है देखो राधा गोरी गोरी
पावों में पैजनियाँ, पहनके चोरी चोरी
घर से चली है देखो राधा गोरी गोरी
कदंब के नीचे, आई घूँघट खींचे
जहाँ बांसुरी बजावे यशोदा का लड़का
जिसे सुन सुन राधाजी का दिल धड़का
जमुना किनारे""""""
***"
नटखट बड़ा कन्हैया
पकड़े राधा की बहियाँ
राधाजी का नरम करजवा, 
नाचे ताता थइया
नटखट बड़ा कन्हैया
पकड़े राधा की बहियाँ
राधाजी का नरम करजवा
नाचे ताता थइया
लो बीच गगरिया छलकी
माथे से चुनरिया ढलकी"
जहाँ बांसुरी बजावे यशोदा का लड़का
जिसे सुन सुन राधाजी का दिल धड़का
जमुना किनारे"""ए"

**
राधा-मोहन मधुर मिलन की छटा
देख कर उठी गगन में घटा
मेघ जो फटा, पवन जो हटा
बरसने लगा रे मुसळधा"र

गोकुल भीगा""”आ"आ"आ"""
गोकुल भीगा,मधुबन भीगा, 
भीगे कृष्ण मुरार
भीग गयी जी कुँवर राधिका, 
भीगा उनका प्यार
पंछी भोर को पुकारे, खुले नैन रतनारे
जहाँ बांसुरी बजावे यशोदा का लड़का
जिसे सुन सुन राधाजी का दिल धड़का

जमुना किनारे, झिलमिल करे तारे
जहाँ बांसुरी बजावे यशोदा का लड़का
जिसे सुन सुन राधाजी का दिल धड़का

रोचक

"अजा सहेली की सखी, ता रिपु, टा जननी भरतार...
जाके सूत के मित्र को,भजत सारा संसार...

...
अजा (बकरी) की शेली भेड़, उसके शत्रु (भूट/काँटा) उसकी जननी (पृथ्वी), उसके पति (इंद्र), उसके पुत्र (अर्जुन) के मित्र श्री कृष्ण को सारा संसार भजता है ।

!!जय श्री कृष्णा!!

रोचक

भस्म चढ़ावत शंकर को,
अहि लोचन छार गिरी झरिके
ताकी फुंफकार लगी शशि को
अमृत बूंद गिरी झरिके
मृगराज सजीवन होई गयो
गौरां जो हंसी मुख यों करिके
शंकर संग होली
अर्थात
माता पार्वती एक बार भगवान शंकर के ललाट पर
भस्म लगा रही थीं। भस्म की छार शंकरजी के गले में
लिपटे नागराज की आंख में पड़ी। वे फुंफकारे।
फुंफकार शंकरजी के मस्तक पर विराजे चंद्रमा को
लगी। चंद्रमा से अमृत बूंदें गिरीं। अमृत गिरते ही वो
मृगराज सजीव होकर चल दिया, जिसकी छाल
शंकरजी लपेटे हुए थे। भगवान को इस तरह बिना
वस्त्र देख माता गौरी मुस्करा दीं।
(कवि माधव ने भगवान शंकर से कविता के माध्यम
से होली खेली)

अनमोल

ख्वाहिशों से नहीं गिरते हैं फूल झोली में,
      कर्म की शाख को हिलाना होगा।

     कुछ नहीं होगा कोसने से अँधेरे को, 
अपने हिस्से का दीया खुद ही जलाना होगा।

   

अनमोल

दाता तेरे दान का, कोई ओर न छोर !
फिर भी डूबा लोभ में, पापी मन का चोर !

मालिक इतना दीजिये, जितनी है दरकार !
संचय के अपराध से, लीजे मुझे उबार !

....जय दीनदयाला
🙏🏼🌷🙏🏼🌷🙏🏼🌷🙏🏼

👉क्या यही ज़िंदगी है......
👌शाम को थक कर टूटे झोपड़े में सो जाता है वो मज़दूर, जो शहर में ऊंची इमारतें बनाता है....

👌मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मांगना क्योकि मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान ज़िंदगी भर का.....

👌मशवरा तो खूब देते हो
"खुश रहा करो" कभी कभी वजह भी दे दिया करो...

👌अमीर की बेटी पार्लर में जितना दे आती है,
उतने में गरीब की बेटी अपने ससुराल चली जाती है....

👌कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....

👌दीदार की तलब हो तो नजरें जमाये रखना ..क्यों कि 'नकाब' हो या 'नसीब'
सरकता जरूर है''...

👌गठरी बाँध बैठा है अनाड़ी
साथ जो ले जाना था वो कमाया ही नहीं

👌मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ, वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए....

👌जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..

👌बचपन भी कमाल का था
खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...

👌हर नई चीज अच्छी होती है लेकिन दोस्त पुराने ही अच्छे होते है....

👌ए मुसीबत जरा सोच के आन मेरे करीब कही मेरी माँ की दुवा तेरे लिए मुसीबत ना बन जाये....

👌खोए हुए हम खुद हैं,
और ढूंढते ख़ुदा ,भगवान को हैं...

👌अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है की,माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....

👌जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है..सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...

👌खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है...

👌अहसास इश्क ए हक़ीक़ी का सब से जुदा देखा,
इन्सान ढ़ूँढें मँदिर मस्जिद मैंने हर रूह में ख़ुदा देखा..

👌ज़िंदगी भी विडियो गेम सी हो गयी है साला एक लैवल क्रॉस करो तो अगला लैवल और मुश्किल आ जाता हैं.....

👌इतनी चाहत तो लाखो
रु पाने की भी नही होती, जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है.......

👌हम तो पागल हैं शौक़-ए-शायरी के नाम पर ही दिल की बात कह जाते हैं और कई इन्सान गीता-क़ुरआन पर हाथ रख कर भी सच नहीं कह पाते है…

👌हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो , क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है ..

👌इन्सान कहते है की मेरे दोस्त कम है लेकीन, वो नही जानते की मेरे दोस्तों मे कितना दम हैं.....

दुआ का तालिब...